कमलेश पांडेय
Friday, April 2, 2010
अबकि वोट
अबकि वोट
मैंने देखा
पार्टी ने खींची लच्छमण रेखा
वोटर निकले प्रतिशत पांच
जानो बात यह बिलकुल सांच
फिर भी सत्तर फीसदी पोलिंग की माया
थर-थर कांपे वोट की काया
लोकतंत्र का यह अद्भुत खेल
विपच्छी पोलिंग एजेंट थे बूथ से रेल
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