Sunday, December 10, 2023

विक्टोरिया मैदान से गुजरते हुए

मैं
कोलकाता के
विक्टोरिया मैदान से होकर गुजरता हूं
हरियाये
वर्षा में धुले
निखरे पेड़, चिकने झूमते पात।
सड़कें
पानी में भीगी
साफ धुली
बरसात के इस मौसम में।
छोटे टेंट वाले
हरे भरे पेड़ों से घिरे
क्लब के मैदानों में
फुटबाल
खेलते, दौड़ते किशोर
मानो लगी हो
उत्साह व स्फूर्ति में होड़।
सड़कों पर
भागते वाहनों का अनवरत सिलसिला
मानो
सहज बह रहा हो जीवन
हठात
कहीं से कुत्तों का झुंड
हौंजार मचाता आया
अचानक, मुझे
अपने दफ्तर की याद आ गयी।
-0-
कमलेश पांडेय

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